माध्यमिक शिक्षा तक पहुंच को बढ़ाने और उसकी गुणवत्ता में सुधार करने के उद्देश्य से मार्च, 2009 में इस योजना को शुरू किया गया।
यह योजना, वर्ष 2017 तक 90 प्रतिशत का जीईआर सुनिश्चित करने और वर्ष 2020 तक सर्वसुलभ रिटेंशन करने के लक्ष्य के साथ, किसी भी निवास स्थल से उचित दूरी के भीतर माध्यमिक स्कूल की सुविधा मुहैया कराकर माध्यमिक चरण पर नामांकन को बढाने की परिकल्पना करती है।
अन्य उद्देश्यों में सभी माध्यमिक स्कूलों को निर्धारित मानकों के अनुरूप बनाकर माध्यमिक स्तर पर दी जाने वाली शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारना, जेंडर, सामाजिक - आर्थिक और निरूशक्तता संबंधी बाधाओं को हटाना आदि शामिल है।