राष्ट्रीय शिक्षा नीति (1986)

इसके सफल क्रियान्वयन हेतु अगस्त, 1986 में ‘प्रोग्राम ऑफ एक्शन’ द्वारा शिक्षा में व्यापक सुधार लाने का मार्ग प्रशस्त किया गया।

  • इसके तहत संपूर्ण देश में पाठ्यक्रमों/शैक्षिक स्तरों को एकरूपता और समरूपता प्रदान करने, तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा को विशेष महत्व देने, विश्वविद्यालयीय स्तर के शिक्षकों को प्रशिक्षण की व्यवस्था करने, अखिल भारतीय शिक्षा सेवा की स्थापना करने, राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा तथा ग्रामीण बच्चों को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने हेतु नवोदय विद्यालयों की स्थापना का प्रावधान किया गया।
  • दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से स्कूली शिक्षा प्रदान करने हेतु ओपन स्कूल को 1989 में किया गया है। विश्वविद्यालयीय स्तर हेतु 1985-86 में ‘इंदिरा गांधी राष्ट्रीय ओपन विश्वविद्यालय’ की स्थापना की गई।