नाचिकेत मोर समिति

इस समिति की स्थापना लघु कारोबार और कम-आय परिवारों के लिए व्यापक वित्तीय सेवा की पहुंच स्थापित करने हेतु 2014 में गठित किया गया था। इस समिति की पहली सिफरिश यह थी की सरकार को एक जनवरी 2016 तक देश के हर नागरिक को बैंक खाता नंबर उपलब्ध होना चाहिए। राष्ट्रव्यापी आधार पर वित्तीय समावेशन और गहनता के प्रयासों की प्रगति का पता लगाने के लिए व्यापक निगरानी ढांचा विकसित करना।

  • इस समिति ने ब्याज में छूट और ऋण माफी जैसी योजनाओं को समाप्त करने, प्राथमिकता क्षेत्र को दिए जाने वाले ऋण की मौजूदा सीमा 40 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने जैसे महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किया था।