यह ‘उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग’ (DPIIT) विभाग द्वारा 2018 में शुरू किया गया था। यह देश भर में औद्योगीकरण को सक्षम करने के लिए औद्योगिक बुनियादी ढांचे की प्रतिस्पर्धात्मकता को बढाने तथा नीतिगत विकास में सहयोग करने के उदेश्य से यह प्रक्रिया आरम्भ की गई थी।