वित्तीय साक्षरता अभियान (VISAKA- Vittiya SakshartaAbhiyan) डिजिटल अर्थव्यवस्था और कैशलेस लेनदेन के विषय में लोगों में जागरुकता फैलाने के लिए दिसंबर 2016 में शुरू किया गया था।
इस अभियान का उद्देश्य उच्चतर शिक्षा संस्थानों के युवाओं/छात्रों को सक्रिय रूप से सक्षम नकद रहित आर्थिक प्रणाली का उपयोग करने के लिए सभी प्रदाताओं एवं प्राप्तकर्ताओं को प्रोत्साहित और प्रेरित करना है। इसका लक्ष्य छात्रों, शिक्षकों को अपने परिसरों और आसपास के समुदायों में विक्रेताओं, दुकानदारों तथा अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने के लिए स्वयंसेवकों के रूप में कार्य करना है।
इसके अंतर्गत शिक्षण संस्थानों और छात्रों से नगद रहित भुगतान को बढ़ावा देने और अपनाने की अपील की गई। इसके परिणामस्वरूप डिजिटल भुगतान की दर में वृद्धि हुई, क्योंकि भारत में डिजिटल भुगतान 12.7% (केपीएमजी के अनुसार अगस्त, 2019) बढ़ा है।