शाला अस्मिता (Shala ASMITA - All School Monitoring Individual Tracing Analysis) योजना को 2016 में देश के 15 लाख स्कूलों में कक्षा 1 से कक्षा 12वीं तक के करीब 25 करोड़ स्कूली छात्रों की शैक्षिक यात्र को पता लगाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। योजना के तहत छात्रों की पहचान करने और उन्हें पता लगाने के लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रणाली में एक ऑनलाइन डेटाबेस शामिल होता है, जो सभी छात्रों की संपूर्ण शैक्षिक यात्र को उनके प्रतिशत, उपस्थिति, अवसंरचनात्मक सुविधाओं और यहां तक कि उनके मध्याह्न भोजन की खपत को भी संकलित करता है। इस डेटा के आधार पर सरकार द्वारा छात्रों को विशेष सहायता और सुविधाएं प्रदान किया जाता है।