इस अभियान को डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम द्वारा 9 जुलाई, 2015 को प्रारंभ किया गया, जिसके अन्तर्गत 06-18 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों को कक्षा-कक्ष के भीतर तथा कक्षा-कक्ष के बाहर क्रियाकलापों और प्रक्रियाओं दोनों के माध्यम से प्रेक्षण, प्रयोग, इन्फेरंस ड्राईगं, (अनुमानित चित्र) मॉडल निर्माण इत्यादि के द्वारा विज्ञान, गणित तथा प्रौद्योगिकी के अध्ययन हेतु प्रोत्साहित एवं व्यक्त करना है। यह स्कूली बच्चों में जिज्ञासा, जोश तथा नवाचारी और अन्वेषण की भावना का सृजन कर उच्चतर शिक्षा संस्थाओं द्वारा माध्यमिक तथा प्रारंभिक स्कूलों के छात्रों को विज्ञान तथा गणित के अध्ययन में सहायता देने के लिए प्रोत्साहित करने का प्रयास करता है।
केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस आन्दोलन को समर्थन देने के प्रयास स्वरूप जुलाई, 2015 से क्विज प्रतियोगिताओं की एकशृंखला आरंभ की है जिससे स्कूली बच्चों में विज्ञान, गणित तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सृजनात्मकता एवं नवाचार की भावना जागृत की जा सके।