राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) एक अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है, जो कृषि उत्पादों के लिए एकीकृत राष्ट्रीय बाजार की परिकल्पना करता है एवं इसके लिए मौजूदा भौतिक एपीएमसी मंडियों को नेटवर्क के माध्यम से जोड़ना चाहता है। इसे कृषि मंत्रालय के स्मॉल फार्मर्स एग्रीबिजनेस कंसोर्टियम (एसएफएसी) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
कृषि विपणन, राज्यों के कृषि-विपणन नियमों के द्वारा कार्यान्वित किया जाता है। इन नियमों के तहत, राज्य को कई बाजार क्षेत्रों में विभाजित किया जाता है, जिनमें से प्रत्येक को एक अलग कृषि उत्पादन विपणन समिति (एपीएमसी) द्वारा प्रशासित किया जाता है; जो अपना स्वयं का विपणन विनियमन (शुल्क सहित) लागू करता है। बाजारों के इस विखंडन से राज्य के भीतर भी कृषि वस्तुओं के मुक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है, जिससे उपभोक्ताओं के लिए कीमतें बढ़ जाती हैं।
उद्देश्यः एकीकृत बाजारों में प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करके कृषि विपणन में एकरूपता को बढ़ावा देना।
मुख्य विशेषताएं
प्रगति
राज्य कृषि मंडियों को राष्ट्रीय कृषि बाजार (NAM) से जोड़ा गया है। राज्य में प्रत्येक मंडियों के व्यापार विश्लेषण की निगरानी के लिए एमआईएस डैशबोर्ड की स्थापना कर ई-नाम मंच को मजबूत किया गया है।
सुझाव
‘एक राष्ट्र एक बाजार’ के सपने को साकार करने के लिए दो अलग-अलग राज्यों की मंडियों के बीच अंतर-राज्यीय व्यापार शुरू करना।
चुनौतियां
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