इसे 2007 में 11 से 18 वर्ष की आयु की किशोरियों को प्रशिक्षण देने और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था; ताकि वे अपने परिवार एवं समुदाय के स्वास्थ्य और विकास में सक्रिय योगदान दे सकें।
इस योजना के तहत प्रत्येक बाल विकास परियोजना के लिए 1.10 लाख रुपये की वार्षिक राशि प्रदान की जाती है।