नेशनल प्रोजेक्ट आन आर्गेनिक फार्मिंग के तहत जैव कीटनाशक, जैव उर्वरक उत्पादन इकाइयाँ तथा कंपोस्ट उत्पादन इकाइयां स्थापित करने के लिए, जिनकी लागत 40 लाख व 60 लाख रूपये है, क्रमशः 25 तथा 30 प्रतिशत वित्तीय परिव्यय की सहायता दी जाती है।
नेशनल हार्टिकल्चर मिशन तथा हार्टिकल्चर मिशन फार नार्थ ईस्ट तथा हिमालियन स्टेट योजनाओं के अंतर्गत वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन इकाई की स्थापना के लिए कुल लागत 50 प्रतिशत की सहायता दी जाती है जिसमें प्रत्येक लाभार्थी की अधिकतम सीमा 30,000 रुपये है। अधिकतम क्षेत्रफल 4 हेक्टेयर में जैविक खेती अपनाने वाले प्रत्येक लाभार्थी को 10,000 रु की आर्थिक मदद दी जाती है। जैविक खेती के प्रमाणीकरण के लिए सामूहिक रूप से कुल 50 हेक्टेयर में जैविक खेती करने वाले एक से अधिक किसानों को 5 लाख से अधिक की सहायता दी जाती है। विभिन्न घटकों पर जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए सहायता भी उपलब्ध कराई गई है। यह सहायता राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अंतर्गत राज्य स्तरीय कमेटी की स्वीकृति पर दी जाती है।