बसोहली पश्मीना को GI टैग
- 11 Oct 2023
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के पारंपरिक शिल्प ‘बसोहली पश्मीना’ को हाल ही में प्रतिष्ठित भौगोलिक संकेतक (GI) टैग प्राप्त हुआ।
- बसोहली पश्मीना अपनी असाधारण कोमलता, बारीकी और पंख जैसे वजन के लिए प्रसिद्ध है।
- इसे ‘पारंपरिक हस्त कताई तकनीकों’ (Traditional Hand-Spinning Techniques) का उपयोग करके कुशल कारीगरों द्वारा तैयार किया जाता है।
- GI उन उत्पादों पर इस्तेमाल किया जाने वाला एक चिन्ह है, जिनकी एक विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति होती है और उनमें उस उत्पत्ति से संबंधित गुण विद्यमान होते हैं।
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