द इंडियन ग्रोथ स्टोरी (1950 से 2014)
पिछले दशक में, भारत ने कोविड महामारी और भू-राजनीतिक संघर्ष जैसी चुनौतियों के बावजूद मजबूत और लोचशील वृद्धि का प्रदर्शन किया है।
- यह अध्याय आजादी के बाद से भारत के विकास अनुभव, 2014 में अर्थव्यवस्था की स्थिति और 2014 से 2030 तक विकास के प्रमुख चालकों का अवलोकन प्रदान करता है।
द इंडियन ग्रोथ स्टोरी (1950 से 2014)
स्वतंत्रता के बाद की चुनौतियां (1950-1960)
- विश्व आय में भारत का हिस्सा 1700 में 22.6% से घटकर 1952 में 3.8% हो गया।
- 1950 के दशक में 3.9% की दशकीय वृद्धि दर के साथ तेजी से औद्योगीकरण हुआ।
चुनौतियां और मंदी (1960 और ....
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संबंधित सामग्री
- 1 आर्थिक परिदृश्य
- 2 लोचशीलता निर्मित करने की दिशा में भारत की जलवायु कार्रवाई
- 3 जलवायु कार्रवाई
- 4 भारत का बाह्य क्षेत्र: अनिश्चितताओं के बीच सुरक्षित रूप से संचालन
- 5 कौशल विकास और उद्यमिता
- 6 पिछले दशक में रोजगार की स्थिति
- 7 महिला-नेतृत्व के माध्यम से विकासः India/100 के लिए लैंगिक लाभांश का दोहन
- 8 कल्याण के प्रति नया दृष्टिकोण
- 9 मानव संसाधान - कल्याण के साथ विकास को अनुकूलित करना
- 10 व्यापक आर्थिक स्थिरता की सुरक्षा
भारतीय अर्थव्यवस्था - एक समीक्षा
- 1 2014 तक विकास के अनुभव से सीख
- 2 2014-2024: परिवर्तनकारी विकास का दशक
- 3 पिछले दशक में भारत के विकास के संचालक
- 4 भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष चुनौतियां
- 5 चुनौतियों पर नियंत्रण हेतु सरकार के प्रयास
- 6 भविष्य के लिए दृष्टिकोण
- 7 घरेलू अर्थव्यवस्था
- 8 खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने वाली कृषि क्षेत्र की नीतियां
- 9 भारतीय उद्योग में सुधार को बढ़ावा
- 10 डिजिटल अवसंरचना और नागरिक-केंद्रित सेवाओं की डिलीवरी
- 11 अर्थव्यवस्था की बढ़ती निवेश आवश्यकताएं तथा वित्तीय बाजारों का विकास
- 12 व्यापक आर्थिक स्थिरता की सुरक्षा
- 13 मानव संसाधान - कल्याण के साथ विकास को अनुकूलित करना
- 14 कल्याण के प्रति नया दृष्टिकोण
- 15 महिला-नेतृत्व के माध्यम से विकासः India/100 के लिए लैंगिक लाभांश का दोहन
- 16 पिछले दशक में रोजगार की स्थिति
- 17 कौशल विकास और उद्यमिता
- 18 भारत का बाह्य क्षेत्र: अनिश्चितताओं के बीच सुरक्षित रूप से संचालन
- 19 जलवायु कार्रवाई
- 20 लोचशीलता निर्मित करने की दिशा में भारत की जलवायु कार्रवाई
- 21 आर्थिक परिदृश्य