मानव संसाधान - कल्याण के साथ विकास को अनुकूलित करना

परिवर्तित कल्याणकारी दृष्टिकोणः पिछले दशक में, भारत सामाजिक क्षेत्र के खर्च और बुनियादी सुविधाओं तक सार्वभौमिक पहुंच पर ध्यान केंद्रित करते हुए अधिक दीर्घकालिक, कुशल और सशक्त कल्याण दृष्टिकोण की ओर स्थानांतरित हो गया है।

  • सार्वभौमिक पहुंच कार्यक्रमः उज्ज्वला योजना, पीएम-जन आरोग्य योजना, पीएम-जल जीवन मिशन और पीएम-आवास योजना जैसी पहलों ने महत्व बढ़ाया है, जिनसे सामाजिक संपत्ति निर्माण हुआ है और व्यक्तियों के जीवन-स्तर में वृद्धि हुई है।
  • डिजिटल पहलें: वन नेशन वन राशन कार्ड और जन धन योजना-आधार-मोबाइल (JAM) जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्मों ने वित्तीय कुशलता में सुधार किया है, कल्याणकारी योजनाओं में रिसावों को कम किया ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

भारतीय अर्थव्यवस्था - एक समीक्षा