अर्थव्यवस्था की बढ़ती निवेश आवश्यकताएं तथा वित्तीय बाजारों का विकास

पिछले दशक में भारतीय वित्तीय बाजारों का विकास दृढ़ सुधारों, डिजिटल प्रौद्योगिकी द्वारा सुगम बाजार पहुंच और सक्रिय नियामक उपायों के संयोजन का परिणाम है। प्रमुख उल्लेखनीय बिंदु निम्नलिखित हैं:

शेयर बाजार

  • BSE सेंसेक्स और निफ्टी 50 द्वारा प्रतिनिधित्व करने वाले भारतीय शेयर बाजारों ने जनवरी 2014 से दिसंबर 2023 तक 13.5% का सीएजीआर (CAGR) दर्ज करके असाधारण प्रदर्शन किया।
  • 2023 में अस्थिरता में आई कमी, जो बैलेंस शीट क्लीन-अप और डिलीवरेजिंग के परिणामस्वरूप बेहतर कॉर्पोरेट बुनियादी सिद्धांतों को दर्शाता है।
  • डिजिटल प्रौद्योगिकी अपनाने से डीमैट खातों की संख्या में 536% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जो दिसंबर 2023 तक 13.9 करोड़ तक ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |

पूर्व सदस्य? लॉग इन करें


वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |

भारतीय अर्थव्यवस्था - एक समीक्षा