राज्यपाल की शक्तियां एवं भूमिका की चर्चा बिहार के विशेष संदर्भ में कीजिए।
राज्यपाल राज्य का संवैधानिक प्रमुख होता है तथा राज्य की संपूर्ण कार्यकारी शक्तियां राज्यपाल में निहित होती है; जिनका प्रयोग मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली मंत्रिमण्डल की सलाह पर करता है। अनुच्छेद 155 के तहत राज्यपाल की नियुक्ति राष्ट्रपति करता है तथा अनुच्छेद 156 के तहत राज्यपाल राष्ट्रपति के प्रसादपर्यन्त पद धारण करता है। राज्यपाल केंद्र सरकार के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करता है। इस तरह इसकी भूमिका दोहरी होती है। जिसकी निम्न भूमिका एवं शक्तियां होती हैं:
राज्यपाल की शक्तियां
- कार्यकारी शक्तियां: राज्य सरकार के सभी कार्यकारी कार्य औपचारिक रूप से राज्यपाल के नाम पर होते हैं तथा मुख्यमंत्री एवं अन्य ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
इस अंक की सभी सामग्रियों को विस्तार से पढ़ने के लिए खरीदें |
पूर्व सदस्य? लॉग इन करें
वार्षिक सदस्यता लें
सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल के वार्षिक सदस्य पत्रिका की मासिक सामग्री के साथ-साथ क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स पढ़ सकते हैं |
पाठक क्रॉनिकल पत्रिका आर्काइव्स के रूप में सिविल सर्विसेज़ क्रॉनिकल मासिक अंक के विगत 6 माह से पूर्व की सभी सामग्रियों का विषयवार अध्ययन कर सकते हैं |
संबंधित सामग्री
- 1 बिहार की नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने की नीति पर प्रकाश डालिए तथा राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा की संभावनाओं पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- 2 बिहार में उद्योग के विकास की अपार संभावनाएं हैं। बिहार सरकार द्वारा उद्योगों के विकास हेतु उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए प्रमुख चुनौतियों का वर्णन करें।
- 3 बिहार में पाश्चात्य शिक्षा के विकास का आलोचनात्मक परीक्षण करें।
- 4 बिहार की राजनीति में जाति एवं धर्म की भूमिका का विश्लेषण कीजिए।
- 5 स्वामी सहजानंद का बिहार में कृषक आन्दोलनों में योगदान पर आलोचनात्मक टिप्पणी।
- 6 बिहार में तीव्र आर्थिक विकास में क्या बाधाएं हैं एवं उनका समाधान किस प्रकार किया जा सकता है?
- 7 निम्न पर टिप्पणी लिखें: (i) बिहार में दलित आन्दोलन। (ii) राजेन्द्र प्रसाद की राष्ट्रीय आन्दोलन में भूमिका।
- 8 1857 के विद्रोह में कुंवर सिंह के बिहार तथा अन्य क्षेत्रें में सक्रिय भूमिका का मूल्यांकन करें।
- 9 मौर्य कला का भवन निर्माण तथा बौद्ध धर्म के साथ संबंध की विवेचना करें।
- 10 बिहार सरकार द्वारा औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए किये जा रहे नीतिगत प्रयासों का उल्लेख कीजिए।
मुख्य विशेष
- 1 मौर्य कला का भवन निर्माण तथा बौद्ध धर्म के साथ संबंध की विवेचना करें।
- 2 1857 के विद्रोह में कुंवर सिंह के बिहार तथा अन्य क्षेत्रें में सक्रिय भूमिका का मूल्यांकन करें।
- 3 निम्न पर टिप्पणी लिखें: (i) बिहार में दलित आन्दोलन। (ii) राजेन्द्र प्रसाद की राष्ट्रीय आन्दोलन में भूमिका।
- 4 बिहार में तीव्र आर्थिक विकास में क्या बाधाएं हैं एवं उनका समाधान किस प्रकार किया जा सकता है?
- 5 स्वामी सहजानंद का बिहार में कृषक आन्दोलनों में योगदान पर आलोचनात्मक टिप्पणी।
- 6 बिहार की राजनीति में जाति एवं धर्म की भूमिका का विश्लेषण कीजिए।
- 7 बिहार में पाश्चात्य शिक्षा के विकास का आलोचनात्मक परीक्षण करें।
- 8 बिहार में उद्योग के विकास की अपार संभावनाएं हैं। बिहार सरकार द्वारा उद्योगों के विकास हेतु उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए प्रमुख चुनौतियों का वर्णन करें।
- 9 बिहार की नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने की नीति पर प्रकाश डालिए तथा राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा की संभावनाओं पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।