मौर्य कला का भवन निर्माण तथा बौद्ध धर्म के साथ संबंध की विवेचना करें।

मौर्य कला पर तत्कालीन राजनैतिक तथा धार्मिक प्रभाव स्पष्ट रूप से दृष्टिगोचर होता है। मौर्य कला के साक्ष्य बिहार में पटना, राजगीर, गया आदि स्थानों से प्राप्त होते हैं, जिसे हम दो भागों में विभाजित कर सकते हैं-

  1. राजकीय कलाः ऐसी कला जिसका निर्माण राजकीय संरक्षण में हुआ है; जैसे राजप्रसाद, स्तंभ, स्तूप आदि।
  2. लोक कलाः स्वतंत्र कलाकारों द्वारा कलाकृतियों का निर्माण किया जाता था। जैसे दीदारगंज से प्राप्त यक्ष-यक्षिणी की मूर्ति, मिट्टी की मृण मूर्तियां आदि।

मौर्यकालीन भवन निर्माण

  • चन्द्रगुप्त मौर्य के प्रसाद के खंडहर के उत्खनन से भवन निर्माण के साक्ष्य प्राप्त होते हैं। इस प्रसाद से कला वैभव के प्रमाण मिलते ....
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