​कृषि महोत्सव: आदिवासी संस्कृति का अभिन्न अंग

कृषि त्यौहार फसल चक्र के अलग-अलग चरणों में मनाए जाते हैं।

  • मुंडा जनजाति के बीच प्रचलित 'सरहुल' त्योहार बीज बोने के समय मनाया जाता है।
  • इसी प्रकार, ओडिशा के आदिवासियों के बीच प्रचलित 'नुआखाई' त्योहार फसलों की कटाई के समय आयोजित किया जाता है।
  • पंजाब में मनाया जाने वाला 'बैसाखी' पर्व गेहूं की कटाई के साथ नव वर्ष के रूप में आयोजित किया जाता है।
  • तमिलनाडु में 'पोंगल' त्योहार फसलों की कटाई के पश्चात सूर्य देवता को समर्पित एक फसल उत्सव है।
  • नागालैंड का 'हॉर्नबिल' फेस्टिवल एक सप्ताह तक चलने वाला उत्सव जिसमें विभिन्न नागा जनजातियों की सांस्कृतिक विरासत (नृत्य एवं कृषि उत्पाद) को प्रदर्शित ....
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