सांस्कृतिक विरासत हेतु आपदा जोखिम प्रबंधन
विश्व धरोहर संपत्तियां तथा विरासत स्थल आम तौर पर प्राकृतिक एवं मानव-जनित विनाशकारी घटनाओं के प्रभावों के संपर्क में आते हैं, जो उनकी अखंडता एवं सुरक्षा को खतरे में डालते हैं।
- इन उत्कृष्ट संपत्तियों की हानि या गिरावट का स्थानीय और राष्ट्रीय समुदायों पर उनके सांस्कृतिक महत्व एवं सामाजिक-आर्थिक मूल्य दोनों के कारण गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
- 1972 के विश्व धरोहर सम्मेलन प्रकृति संरक्षण एवं सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण की अवधारणाओं को एक ही दस्तावेज में एक साथ जोड़ता है।
आपदा जोखिम प्रबंधन क्यों?
- अप्रैल 2015 में काठमांडू में आया भूकंप तथा जनवरी 2015 में अबोमी, बेनिन के शाही महलों में ....
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मुख्य विशेष
- 1 आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना : आवश्यकता एवं पहल
- 2 भारत में भूस्खलन: कारण और परिणाम
- 3 भारत: भूस्खलन सुभेद्यता
- 4 भारत में वनाग्नि
- 5 आपदा प्रेरित विस्थापन
- 6 आपदा जाखिम में कमी
- 7 चरम मौसमी घटनाएं एवं भारत की तैयारी
- 8 सामान्य अध्ययन 100 अति संभावित विषय - आपदा प्रबंधन (जीएस पेपर-3)
- 9 सामान्य अध्ययन 100 महत्वपूर्ण विषय - आपदा प्रबंधन (जीएस पेपर-3)
- 10 सामान्य अध्ययन 90 महत्वपूर्ण विषय - आपदा प्रबंधन (जीएस पेपर-3)