जूनोटिक डिजीज: कारण एवं नियंत्रण के उपाय
6 जुलाई, 2020 को विश्व ज़ूनोसिस दिवस (World Zoonoses Day) के अवसर पर संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) एवं अंतर्राष्ट्रीय पशुधन अनुसंधान संस्थान (ILRI) द्वारा 'प्रिवेंटिंग द नेक्स्ट पेंडेमिक: ज़ूनोटिक डिजीज़ एंड हाउ टू ब्रेक द चेन ऑफ ट्रांसमिशन' (Preventing the Next Pandemic: Zoonotic diseases and how to break the chain of transmission) नामक रिपोर्ट प्रकाशित की गई। यह रिपोर्ट कोविड-19 महामारी के संदर्भ में जारी की गई थी जिसमें ज़ूनोटिक रोगों (Zoonotic Diseases) के प्रभावों पर व्यापक चर्चा की गई। ध्यातव्य है कि, 6 जुलाई, 1885 को लुई पाश्चर (फ्रांसीसी जीव विज्ञानी) द्वारा रेबीज नामक जूनोटिक रोग के विरुद्ध ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें
वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।
मुख्य विशेष
- 1 आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना
- 2 रोगाणुरोधी प्रतिरोध: कारण एवं नियंत्रण
- 3 छठा सामूहिक विलोपन: कारण तथा निवारण
- 4 बलात् प्रवासन: कारण, प्रभाव एवं उपाय
- 5 भारत में सूखा की समस्या: कारण तथा प्रबंधन की चुनौतियां
- 6 आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना : आवश्यकता एवं पहल
- 7 भारत में भूस्खलन: कारण और परिणाम
- 8 सांस्कृतिक विरासत हेतु आपदा जोखिम प्रबंधन
- 9 भारत: भूस्खलन सुभेद्यता
- 10 भारत में वनाग्नि
- 11 आपदा प्रेरित विस्थापन
- 12 आपदा जाखिम में कमी
- 13 चरम मौसमी घटनाएं एवं भारत की तैयारी