आपदा जाखिम में कमी
भारत अपनी भू-जलवायु परिस्थितियों के कारण पारंपरिक रूप से प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशील रहा है। यहां बाढ़, सूखा, चक्रवात, भूकंप तथा भूस्खलन जैसी प्राकृतिक आपदाएं आना सामान्य परिघटना मानी जाती हैं। समग्र रूप से इन प्राकृतिक आपदाओं का प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था तथा निवासियों पर बहुआयामी होता है; अतः इसके नियंत्रण के लिए विविध पहल भारत सरकार के द्वारा किए गए हैं।
भारत का आपदा के प्रति सुभेद्यता
- भूकंप के प्रति सुभेद्यताः भारत के लगभग 60% भू-भाग पर विभिन्न तीव्रता के भूकंपों का खतरा बना रहता है। दिल्ली, एनसीआर के इलाके, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के इलाके, यूपी, बिहार ....
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मुख्य विशेष
- 1 आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना
- 2 रोगाणुरोधी प्रतिरोध: कारण एवं नियंत्रण
- 3 छठा सामूहिक विलोपन: कारण तथा निवारण
- 4 बलात् प्रवासन: कारण, प्रभाव एवं उपाय
- 5 जूनोटिक डिजीज: कारण एवं नियंत्रण के उपाय
- 6 भारत में सूखा की समस्या: कारण तथा प्रबंधन की चुनौतियां
- 7 आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना : आवश्यकता एवं पहल
- 8 भारत में भूस्खलन: कारण और परिणाम
- 9 सांस्कृतिक विरासत हेतु आपदा जोखिम प्रबंधन
- 10 भारत: भूस्खलन सुभेद्यता
- 11 भारत में वनाग्नि
- 12 आपदा प्रेरित विस्थापन
- 13 चरम मौसमी घटनाएं एवं भारत की तैयारी