​साइनोबैक्टीरिया द्वारा कार्बन कैप्चर

हाल ही में, हार्वर्ड विश्वविद्यालय के वाइस इंस्टीट्यूट और पलेर्मो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने चोंकस (Chonkus) नामक साइनोबैक्टीरिया के एक नए स्ट्रेन की खोज की गई है। साइनोबैक्टीरिया का यह स्ट्रेन उल्लेखनीय कार्बन कैप्चर क्षमता को प्रदर्शित करता है।

  • शोधकर्ताओं ने इटली के सिसिली के तट से दूर हाइड्रोथर्मल जल क्षेत्र (Hydrothermal Waters) में चोंकस की खोज की है। चोंकस एक ऐसा सूक्ष्मजीव है जो कार्बन डाइऑक्साइड के उच्च स्तर वाले वातावरण में तेज़ी से बढ़ सकता है।
  • इसमें कार्बन युक्त कण (Carbon-rich Granules) होते हैं जो इसके बड़े आकार एवं जल में तेज़ी से डूबने में योगदान देते हैं। इसका ....
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