​पश्चिमी घाट में पारिस्थितिक-संवेदनशील क्षेत्र

हाल ही में, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा द्वारा पश्चिमी घाट के पारिस्थितिक-संवेदनशील क्षेत्र (Eco-Sensitive Areas - ESA) की सीमा को कम करने की मांग की गई है ताकि इन राज्यों द्वारा विकास कार्यों को इन क्षेत्रों में अनुमति प्रदान की जा सके।

  • इन राज्यों ने पश्चिमी घाट के 56,825 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले इन पारिस्थितिक-संवेदनशील क्षेत्र को युक्तिसंगत बनाने पर जोर दिया है। केंद्र सरकार ने पश्चिमी घाट की सुरक्षा के लिए गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु राज्यों में पारिस्थितिकी-संवेदनशील क्षेत्र (ESA) प्रस्तावित किए हैं।
  • प्रायद्वीपीय भारत के पश्चिमी किनारे के साथ पश्चिमी घाट में लगभग 77% उभयचरों एवं ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

नियमित स्तंभ