अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2022

मई 2022 में गीतांजलि श्री 'अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार' जीतने वाली पहली भारतीय लेखिका बन गई हैं। उन्हें उपन्यास 'टॉम्ब ऑफ सैंड' (Tomb of Sand) के लिए यह पुरस्कार मिला है।

  • गीतांजलि श्री की यह पुस्तक मूल रूप से हिंदी में 'रेत समाधि' के नाम से प्रकाशित हुई थी। जिसका अंग्रेजी अनुवाद 'टॉम्ब ऑफ सैंड', डेजी रॉकवेल ने किया है।
  • 'टॉम्ब ऑफ सैंड' मूल रूप से किसी भी भारतीय भाषा में लिखी गई ऐसी पहली पुस्तक बन गई है, जिसे अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। गीतांजलि श्री मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मैनपुरी की रहने वाली हैं। गीतांजलि श्री ....
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