सांस्कृतिक कार्यक्रम 'मुक्ति-मातृका'

संस्कृति मंत्रालय द्वारा 6 मई, 2022 को विक्टोरिया मेमोरियल हॉल, कोलकाता में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम 'मुक्ति-मातृका' (मां के रूप में स्वतंत्रता) आयोजित किया गया।

  • मुक्ति-मातृका 'मुक्ति' या स्वतंत्रता / आजादी के विचार के साथ-साथ 'मातृका' के विचार को शामिल करती है, एक ऐसा प्रतीक जिसमें एक भूमि या राष्ट्र की कल्पना की जा सकती है।
  • इन दो तथ्यों को पिरोते हुए, 'मुक्ति-मातृका' स्वतंत्रता और मां (देवी दुर्गा) के बीच संबंध स्थापित करती है, विशेष रूप से इस तथ्य के संदर्भ में कि दुर्गा हमारी ‘आजादी’ और बुराई (जो कि दानव का प्रतीक है) के चंगुल से हमारे उद्धार की प्रतीक ....
क्या आप और अधिक पढ़ना चाहते हैं?
तो सदस्यता ग्रहण करें

वार्षिक सदस्यता लें मात्र 600 में और पाएं...
पत्रिका की मासिक सामग्री, साथ ही पत्रिका में 2018 से अब तक प्रकाशित सामग्री।
प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा पर अध्ययन सामग्री, मॉक टेस्ट पेपर, हल प्रश्न-पत्र आदि।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों का ई-संस्करण।
पप्रारंभिक व मुख्य परीक्षा के चुनिंदा विषयों पर वीडियो क्लासेज़।
क्रॉनिकल द्वारा प्रकाशित पुस्तकों पर अतिरिक्त छूट।

नियमित स्तंभ