​एकीकृत जिला शिक्षा सूचना प्रणाली प्लस (UDISE+) 2020-21

UDISE+ को प्री-प्राइमरी से लेकर बारहवीं तक औपचारिक शिक्षा प्रदान करने वाले सभी स्कूलों से जानकारी एकत्र करने का कार्य सौंपा गया है। इसमें मान्यता प्राप्त और गैर-मान्यता प्राप्त दोनों स्कूलों में शामिल होंगे।

  • UDISE+ द्वारा एकत्र की गई जानकारी का उपयोग नियोजन, अनुकूलित संशोधन आवंटन और शिक्षा से सम्बंधित विभिन्न कार्यक्रमों के कार्यान्वयन तथा कार्यक्रम-मूल्यांकन हेतु किया जाता है।
  • UDISE+ में स्कूल को डेटा संग्रह और जिले को डेटा वितरण की इकाई के रूप में शामिल किया गया है।
  • UDISE+ ऑनलाइन डेटा कलेक्शन फॉर्म की सहायता से जानकारी एकत्र करता है।
  • स्कूल को इस प्लेटफॉर्म के जोड़कर UDISE+ कोड प्रदान किया जाता है, जो राष्ट्रीय स्तर पर स्कूलों के लिए एक यूनिक आइडेंटिफायर के रूप में कार्य करता है।
  • नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप पहली बार UDISE+ 2021-22 में महत्वपूर्ण संकेतकों से सम्बंधित अतिरिक्त डेटा को एकत्र किया गया है, जिसमें डिजिटल लाइब्रेरी, पियर लर्निंग, हार्ड स्पॉट आइडेंटिफिकेशन, स्कूल लाइब्रेरी में उपलब्ध पुस्तकों की संख्या आदि शामिल हैं।

रिपोर्ट से सम्बंधित प्रमुख तथ्य

संकेतक (मापदंड)

वर्ष 2020-21 की तुलना में 2021-22 की स्थिति

शिक्षकों की संख्या

  • 51 प्रतिशत से अधिक महिला शिक्षक
  • कुल शिक्षकों में 1-95 की गिरावट

स्कूल में कुल नामांकन (कक्षा 1 से 12)

  • वर्ष 2021-22 में प्राथमिक से उच्चतर माध्यमिक तक स्कूलों में कुल 25-57 करोड़ छात्रें का नामांकन हुआ, जबकि वर्ष 2020-21 में 25-38 करोड़ छात्रें ने नामांकन कराया था।
  • नामांकन कराने वाले छात्रें की संख्या में 19 36 लाऽ की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
  • अनुसूचित जनजाति के छात्रें का नामांकन वर्ष 2021-22 में 2.51 करोड़ था, जबकि वर्ष 2020-21 में 2.49 था।
  • वर्ष 2021-22 में प्राथमिक से उच्चतर माध्यमिक तक अनुसूचित जाति के छात्रें का नामांकन वर्ष 2020-21 के 4.78 करोड़ नामांकन की तुलना में बढ़कर 4.83 करोड़ हो गया।
  • अतिरित्तफ़ पिछड़ा वर्ग के छात्रें का नामांकन वर्ष 2021-22 में 11.48 करोड़ हुआ, जबकि वर्ष 2020-21 में 11.35 करोड़ था।

सकल नामांकन अनुपात (जीईआर)

  • प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और उच्चतर माध्यमिक स्तरीय स्कूल शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात में सुधार देखा गया।
  • उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में वर्ष 2020-21 के 53.8 प्रतिशत की तुलना में वर्ष 2021-22 में 57.6 प्रतिशत हो गया है।

छात्र-शिक्षक अनुपात

  • वर्ष 2018-19 के 28 की तुलना में घटकर वर्ष 2021-22 में 26 हो गया है।

स्कूलों की कुल संख्या

  • वर्ष 2021-22 के 14.89 लाख स्कूल रहे, जबकि वर्ष 2020-21 में स्कूलों की संख्या 15.09 लाख थी।
  • यह गिरावट मुख्य रूप से निजी और अन्य प्रबंधन के तहत स्कूलों के बंद होने के कारण आई है।