​मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क्स

वित्त मंत्री ने घोषणा की है कि सार्वजनिक निजी भागीदारी (PPP) के माध्यम से चार स्थानों पर मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क्स (Multimodal Logistics Parks-MMLPs) का कार्यान्वयन करने के लिए वर्ष 2022-23 में ठेके दिए जाएंगे। अगले तीन वर्षों के दौरान मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स सुविधाओं के लिए 100 पी- एम- गति-शत्तिफ़ कार्गाे टर्मिनल्स का विकास किया जाएगा।

  • यह विभिन्न प्रकार के माध्यमों से वस्तुओं की कुशल आवाजाही प्रदान करेगा, लॉजिस्टिक्स की लागत और समय में कमी लाएगा, सही समय पर इन्वेंटरी (मालसूची) के प्रबंधन में सहायता देगा, और थकाऊ डाक्यूमेंटेशन को समाप्त करेगा।
  • MMLPs की स्थापना लॉजिस्टिक्स दक्षता वृद्धि कार्यक्रम (LEEP) के तहत की जाएगी।
  • भारत की लॉजिस्टिक्स दक्षता में सुधार लाने के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रलय (MoPTH) के तहत वर्ष 2015 में LEEP का प्रस्ताव दिया गया था।

लॉजिस्टिक्स

  • लॉजिस्टिक्स वह सहायक गतिविधि है, जो अर्थव्यवस्था के उत्पादन और उपभोग केंद्रों को जोड़ती है।
  • भारत की लॉजिस्टिक्स लागत लगभग 14% है। अमेरिका जैसी विकसित अर्थव्यवस्थाओं में लॉजिस्टिक्स लागत सकल घरेलू उत्पाद का केवल 8-10% है।
  • सरकार ने एक प्रमुख भागीदार के रूप में एशियाई विकास बैंक (ADB) को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए आमंत्रित किया है।
  • पहले MMLPका निर्माण असम में किया जाएगा, जो 407 मिलियन अमेरिकी डॉलर की परियोजना है।