प्राभावोत्पादक निवेश

हाल ही में, इम्पैक्ट इन्वेस्टर्स काउंसिल (IIC) ने एक रिपोर्ट पेश की है। इसमें सुझाव दिया गया है कि भारत को वर्ष 2030 के लिए निर्धारित अपने सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की प्राप्ति में तेजी लाने के लिए ‘‘प्रभावोत्पादक निवेश’’ में अपनी मजबूत क्षमता का लाभ उठाना चाहिए। इस रिपोर्ट के अनुसार भारतीय उद्यमी प्रभावोत्पादक निवेश के लिए प्रोद्योगिकी समाधान अपना रहे हैं।

प्रभावोत्पादक निवेश का उद्देश्यः वित्तीय लाभ के साथ-साथ विशिष्ट लाभकारी सामाजिक अथवा पर्यावरणीय प्रभाव पैदा करना है।

  • प्रभावोत्पादक निवेश विकासशील और विकसित दोनों बाजारों में किया जा सकता है।
  • इसमें निवेशकों के रणनीतिक लक्ष्यों के आधार पर बाजार दर से कम दर से लेकर बाजार दर पर रिटर्न मिलता है।
  • इन क्षेत्रकों में सतत कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण संरक्षण, सूक्ष्म वित्त तथा किफायती और सुलभ बुनियादी सेवाएं (जैसे कि आवास, स्वास्थ्य देखभाल व शिक्षा) आदि शामिल हैं।