अंतर-संचालन योग्य आपराधिक न्याय प्रणाली

केंद्र सरकार ने 18 फरवरी, 2022 को ‘अंतर-संचालन योग्य आपराधिक न्याय प्रणाली’ (Inter-Operable Criminal Justice System-ICJS) नामक परियोजना के दूसरे चरण (Phase II) के क्रियान्वयन को मंजूरी दी।

  • आईसीजेएस परियोजना का चरण II: आईसीजेएस परियोजना (ICJS project) का दूसरा चरण (Phase II) प्रभावी और आधुनिक पुलिस व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
  • आईसीजेएस परियोजना के इस दूसरे चरण के तहत आपराधिक न्याय प्रणाली के स्तंभों को जोड़ने की परिकल्पना की गई है।
  • इस परियोजना को केंद्रीय क्षेत्र की योजना (Central Sector Scheme) के रूप में लागू किया जाएगा।

इंटर-ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टमः अंतर-संचालन योग्य आपराधिक न्याय प्रणाली (ICJS) एक महत्वाकांक्षी परियोजना है, जिसका उद्देश्य ‘अपराध एवं अपराधी ट्रैकिंग नेटवर्क व सिस्टम’ (CCTNS) परियोजना को आपराधिक न्याय प्रणाली के 5 स्तंभों के डेटाबेस के साथ चरणबद्ध तरीके से एकीकृत करना है।

  • यह परियोजना आपराधिक न्याय प्रणाली के सभी स्तंभों के बीच की सूचना के आदान-प्रदान और विश्लेषण के लिए एक सामान्य मंच है।
  • आपराधिक न्याय प्रणाली के 5 स्तंभः 1. सीसीटीएनएस (पुलिस से संबंधित डेटाबेस हेतु), 2. ई-फोरेंसिक (फोरेंसिक लैब से जुड़े डेटा के लिए), 3. ई-कोर्ट (न्यायालयों के डेटाबेस हेतु), 4. ई-प्रोजिक्यूशन (लोक अभियोजन से जुड़े डेटाबेस हेतु) तथा 5. ई-प्रिजन (जेलों से संबंधित डेटाबेस हेतु)।