कॉलेजियम प्रणाली के संबंध में विवाद

नवम्बर 2022 में केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री ने सर्वोच्च न्यायालय की कॉलेजियम प्रणाली की आलोचना करते हुए कहा कि न्यायाधीश योग्यता को दरकिनार कर अपने पसंद के लोगों की नियुक्ति या पदोन्नति की सिफारिश करते हैं। इससे पहले सितंबर 2019 में मद्रास उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश विजय कमलेश ताहिलरमानी के मेघालय उच्च न्यायालय में असामान्य स्थानांतरण के कारण कॉलेजियम प्रणाली के संबंध में विवाद उत्पन्न कर दिया था।

क्या है कोलेजियमः इसके माध्यम से सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय के जजों की नियुक्ति और स्थानांतरण किया जाता है।

प्रकारः यह दो प्रकार का होता है-सुप्रीमकोर्ट कॉलेजियम और हाईकोर्ट कॉलेजियम।

  • संवैधानिक आधारः कॉलेजियम प्रणाली के संबंध में न तो संविधान में और न ही संसद में कोई कानून का निर्माण किया गया है।
  • भारत में कॉलेजियम प्रणाली का आरम्भ सुप्रीमकोर्ट के कई निर्णयों के पश्चात हुआ था, जिसे थ्री जजेज केस के नाम से जाना जाता है।