भारत-आस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौता

भारत हिंद-प्रशांत में ऑस्ट्रेलिया के सबसे अहम साझीदारों में से एक है। ऑस्ट्रेलिया, भारत का 17वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। भारत ऑस्ट्रेलिया ईसीटीए के लागू होने से भारतीय उत्पादों और सेवाओं की बाजार हिस्सेदारी के विकास के समेकित होने और मजबूती मिलने की उम्मीद है। ऑस्ट्रेलिया में भी भारतीय सामानों के लिए नए बाजार उभरने की संभावना है। दोनों देशों के बीच लगभग 10 लाख रोजगारों के सृजन के साथ 2026-27 तक निर्यात में 10 बिलियन डॉलर की वृद्धि होने की उम्मीद है। 2035 तक कुल द्विपक्षीय व्यापार 45-50 बिलियन डॉलर को पार करने की उम्मीद है। उम्मीद है कि ऑस्ट्रेलिया में भारतीयों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और ऑस्ट्रेलिया से भारत में प्रेषण एवं निवेश प्रवाह में वृद्धि होगी।

भारत-आस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौता

भारत और ऑस्ट्रेलिया के मध्य 2 अप्रैल, 2022 को हस्ताक्षर किए गए थे; अनुसमर्थन और लिखित उपकरणों के आदान-प्रदान के बाद, समझौता 29 दिसंबर, 2022 को प्रभावी हो गया है। इंड-ऑस्ट्रेलिया ईसीटीए के लागू होने से दुनिया की दो प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं एक साथ आ गई हैं-भारत 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और ऑस्ट्रेलिया 14वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। इसके तहत निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं:

  • वस्तुओं में व्यापार
  • सेवाओं में व्यापार
  • उत्पत्ति के नियम
  • व्यापार की तकनीकी बाधाएं (टीबीटी) और स्वच्छता एवं पादप स्वच्छता (एसपीएस) उपाय
  • सीमा शुल्क प्रक्रियाएं और व्यापार सुगमीकरण
  • व्यापार उपचार
  • कानूनी और संस्थागत मुद्दे
  • तटस्थ व्यक्तियों की आवाजाही।