शून्य दोष और शून्य प्रभाव योजना

सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा वर्ष 2016 में शुरू की गई यह योजना एक एकीकृत और व्यापक प्रमाणन प्रणाली है।

  • यह योजना उत्पादों और प्रक्रियाओं दोनों में उत्पादकता, गुणवत्ता, प्रदूषण शमन, ऊर्जा दक्षता, वित्तीय स्थिति, मानव संसाधन तथा डिजाइन एवं बौद्धिक संपदा अधिकार सहित तकनीकी रूप से सक्षम बनाने हेतु उत्तरदायी है। इसका मिशन ‘जीरो डिफेक्ट, जीरो प्रभाव’ के सिद्धांतों के आधार पर भारत में शर््म्क्श् संस्कृति को विकसित और कार्यान्वित करना है।

जीरो डिफेक्टः जीरो डिफेक्ट अवधारणा ग्राहक केंद्रित है, जिसके अंतर्गत शून्य गैर-अनुरूपता या गैर-अनुपालन और शून्य अपशिष्ट जैसे सिद्धांत शामिल है।

जीरो इफेक्टः इसमें शून्य वायु प्रदूषण, तरल निर्वहन, ठोस अपशिष्ट प्राकृतिक संसाधनों का शून्य अपव्यय जैसे सिद्धान्त शामिल है।