प्रधानमंत्री मुद्रा योजना

यह योजना अप्रैल 2015 में शुरू हुई थी। मुद्रा योजना के दो मुख्य उद्देश्य है। पहला स्वरोजगार के लिए आसानी से लोन देना। दूसरा छोटे उद्यमों के जरिये रोजगार का सृजन करना।

  • मुद्रा योजना के तहत तीन तरह के लोन दिए जाते हैं। इनमें शिशु लोन, किशोर लोन और तरुण लोन शामिल है।
  • शिशु मुद्रा लोन के तहत 50,000 रुपये तक के कर्ज दिए जाते हैं। वहीं, किशोर मुद्रा लोन के तहत 50,000 से 5 लाख रुपये तक का कर्ज दिया जाता है। तरुण मुद्रा लोन के तहत 5 लाख से 10 लाख रुपये तक का कर्ज लिया जा सकता है।