इस योजना को 2 अक्टूबर, 2018 को प्रारंभ किया गया था। योजना सफाई को प्रोत्साहित करने के साथ सफाई कर्मचारियों को आजीविका प्रदान करता है। तथा ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के समग्र लक्ष्य को प्राप्त करने की जिम्मेदारी से मैनुअल स्कैवेंजर्स को मुक्त करता है।
इसके घटकों में शामिल हैं- निर्माण, संचालन और रख-रखाव के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करना, पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) में स्वच्छता और संबंधित वाहनों की खरीद, सामुदायिक शौचालयों का संचालन आदि।
सितंबर 2019 तक 1,383 लाभार्थियों ने इसका लाभ प्राप्त किया है।