इसे 2010 में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर प्रारंभ किया गया था। इसके अंतर्गत 50% से अधिक अनुसूचित जाति (एससी) जनसंख्या वाले 1,000 गांवों के एकीकृत विकास का लक्ष्य रखा गया था। 2014-15 में इसे 11 राज्यों के अन्य 1,500 गांवों तक बढ़ाया गया। सरकार का लक्ष्य 2024-25 तक 26,000 से अधिक गांवों को इस योजना के तहत विकसित करना है।
चुनौतियां
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