इसे सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के एक आउटरीच कार्यक्रम के रूप में शुरू किया गया, लेकिन दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016 के पारित होने और इसके प्रभाव का आंकलन करके इस योजना को समायोजित किया गया।
अन्य कमजोर वर्गों का सशक्तिकरण
अन्य कमजोर वर्गों में बुजुर्ग (60 से ऊपर), नशीली दवाओं का दुरुपयोग करने वाले, हाथ से मैला ढोने वाले, अनुसूचित जातियां आदि शामिल हैं। महिलाओं और बच्चों के बाद यह सबसे कमजोर समूह है। ये आश्रित होते हैं एवं भेदभाव का सामना करते हैं। इसलिए इन्हें विशेष नीति निर्देशों की आवश्यकता है, जिसका चर्चा की गई हैः
वृद्ध व्यक्तियों के लिए एकीकृत कार्यक्रम
इसे 1992 में प्रारंभ किया गया था, जिसे 2018 में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा संशोधित किया गया। इसका उद्देश्य भोजन, आश्रय, चिकित्सा देखभाल और मनोरंजन जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान करके वरिष्ठ नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना है।