अनुसंधान नवाचार और प्रौद्योगिकी को प्रभावित करने का कार्यक्रम (आईएमपीआरआईएनटी) जो सरकार की एक फ्लैगशिप राष्ट्रीय पहल है को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री द्वारा 5 नवंबर, 2015 को आरंभ किया गया था, जिसका उद्देश्य, राष्ट्र द्वारा समावेशी प्रगति तथा आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में आ रही मुख्य इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी की चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में चयनित व्यवहार्य प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में अंतरण करना है।
इम्प्रिट पहलों पर फोकस करने वाले विषय इस प्रकार हैं- (i) स्वास्थ्य देखभाल (ii) ऊर्जा (iii) स्थायी आवास (iv) नैनो प्रौद्योगिकी हार्डवेयर (v) जल संसाधन और नदी प्रणाली (vi) उन्नत साम्रगी (vii) सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (viii) विनिर्माण (ix) सुरक्षा और अभिरक्षा (x) पर्यावरण विज्ञान और जलवायु परिवर्तन।
आईआईटी कानपुर इस पहल का राष्ट्रीय समन्वयन है। इंप्रिंट के तहत अनुसंधान सहायता के लिए संयोजित कार्रवाई करने को सुनिश्चित करने हेतु 31 मार्च, 2016 को 25 प्रतिभागी मंत्रालय/विभागों के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह संबन्धित मंत्रालय के तहत भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs) और भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) कीएक संयुक्त योजना है। इस योजना का दो मुख्य उद्देश्य हैः