1994 में सूखा प्रवण क्षेत्र कार्यक्रम (DPAP) और डेजर्ट डेवलपमेंट प्रोग्राम (DDP) की समीक्षा के लिए यह एक तकनीकी समिति का गठन किया गया था। समिति ने पाया कि कुछ स्थानों को छोड़कर, अधिकांश कार्यक्रम क्षेत्रों में उपलब्धियाँ निराशाजनक रही हैं।
मुख्य अनुशंसाः सभी स्तरों पर लोगों की भागीदारी के माध्यम से योजना बनाना चाहिए। इन योजनाओं की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए स्वैच्छिक संगठनों की सक्रिय भागीदारी और प्रशासन द्वारा समन्वित प्रयास किया जाना चाहिए।