अपने स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में भारतीय प्रधानमंत्री ने सशस्त्र बलों के तीनों विंगों को ‘शीर्ष स्तर पर प्रभावी नेतृत्व’प्रदान करने और उनके बीच समन्वय को बेहतर बनाने के लिए रक्षा कर्मचारियों के प्रमुख (सीडीएस) के सृजन की घोषणा की। सीडीएस एक उच्च सैन्य कार्यालय है, जो तीनों सेनाओं के कामकाज की देखरेख और समन्वय करता है। दीर्घकालिक रक्षा योजना निर्माण एवं प्रबंधन, जनशक्ति, उपकरण तथा रणनीति में कार्यकारी (प्रधानमंत्री) के लिए एकल-बिंदु सलाह (single-point advice) की तरह कार्य करता है।
पृष्ठभूमि
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रक्षा योजना और खरीद से सम्बंधित मुद्दे
केआरसी रिपोर्ट ने बताया कि भारत एकमात्र प्रमुख लोकतंत्र है, जहां सशस्त्र सेना मुख्यालय शीर्ष सरकारी ढांचे के बाहर है। इसमें यह देखा गया कि सेना प्रमुख अपना अधिकांश समय अपनी संचालन भूमिकाओं के लिए समर्पित करते हैं, जिसका परिणाम अक्सर नकारात्मक होता है।
सीडीएस की भूमिका
चुनौतियां
सुझाव
इसमें कोई संदेह नहीं है कि सीडीएस का काम अत्यधिक चुनौतीपूर्ण होगा। आजादी के बाद से, सशस्त्र बल अलग-अलग काम कर रहे हैं, जिसमें संयुक्तता की कोई अवधारणा नहीं है। सीडीएस का कार्य पारंपरिक सैन्य मानसिकता के सम्पूर्ण परिवर्तन की मांग करता है।