इलेक्टोरल बॉण्ड को एक सुधारक उपाय के तौर पर राजनीतिक दलों के धन के स्रोत के लिए तैयार किया गया था। ये बांड 1000, 10,000, 1 लाख, 10 लाख और 1 करोड़ रुपये के गुणकों में जारी किए गए हैं। यह बॉण्ड भारत के किसी भी नागरिक या भारत में स्थित संस्थान द्वारा खरीदा जा सकता है और अपनी पसंद की पार्टी को दान किया जा सकता है। इस योजना का उद्देश्य था, ‘‘देश के राजनीतिक दलों के चंदे की प्रणाली को पारदर्शी बनाना" और नकदीरहित अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना।
चुनावी बॉण्ड प्राप्त करने की पात्रताः
विवाद
आगे की राह