विश्व मौसम संगठन ने मानव सुरक्षा और कल्याण के लिए बहुत योगदान दिया है। पिछले 8 सालों में डब्ल्यूएमओ के सफर और डब्ल्यूएमओ में भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) की भूमिका का जिक्र करते हुए आईएमडी के महानिदेशक डा- अजित त्यागी ने कहा कि ‘डब्ल्यूएमओ, संयुक्त राष्ट्र की विशेषज्ञ एजेंसी है, जो पृथ्वी के वातावरण की दशा और व्यवहार, महासागरों के साथ उसका रवैया, उसके द्वारा पैदा किए जाने वाली जलवायु और जल संसाधनों के वितरण के विषय में अध्ययन करती है।‘
डब्ल्यूएमओ की स्थापना 23 मार्च, 1950 को हुई थी। वर्तमान में इसके कुल सदस्य 189 है। डब्ल्यूएमओ ने 4 अप्रैल, 2014 को भारत के मेघालय राज्य के चेरापूंजी शहर को विश्व में सर्वाधिक वर्षा होने वाला शहर घोषित किया। यहां कुल 2493 मिली मीटर वर्षा के साथ 48 घंटों में सर्वाधिक वर्षा का रिकार्ड बनाया। डब्ल्यूएमओ के आधार पर 1990 से 2012 के बीच ग्रीन हाउस गैस के कारण पृथ्वी के वायुमण्डल के तापमान में बढ़ोतरी हुई है।