द्वितीयक बाजार वर्तमान कंपनियों की प्रतिभूतियों के क्रय और विक्रय का बाजार है। इसे शेयर बाजार अथवापुराना निर्गम बाजार भी कहते हैं। इसके अंतर्गत प्रतिभूतियों का लेन.देन प्राथमिक बाजार में पूर्व में आईपीओ के माध्यम से जारी किए गए प्रतिभूतियों और शेयर मार्केट में सूचीबद्ध (कंपनी) होने के बाद ही किया जाता है।शेयर बाजार में प्रतिभूतियों को सूचीबद्ध कराने के लिए निर्गमकर्ता कंपनियों को कई निर्धारित मानकों और प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। यह एक संवेदी बैरोमीटर है जो प्रतिभूतियों के मूल्यों में उतार.चढ़ाव के माध्यम से अर्थव्यवस्था की प्रवृत्तियों को परिलक्षित करता है।