यह बाजार नई प्रतिभूतियों अर्थात् ऐसी प्रतिभूतियां जो पहले उपलब्ध नहीं थीं और निवेश करने वाली जनता को पहली बार पेश की गई हैं, का लेन.देन करता है। इसलिए इसे नया निर्गम बाजार भी कहते हैं। यह बाजार शेयरों और डिबेंचरों के रूप में नए सिरे से पूंजी जुटाने के लिए है। यह निर्गमकर्ता कंपनी को नया उद्यम शुरू करने अथवा मौजूदा उद्यम का विस्तार करने अथवा उसमें विविधता लाने के लिए अतिरिक्त धनराशि प्रदान करता है। इस प्रकार कंपनी के वित्तीयन में इसका प्रत्यक्ष योगदान होता है। कंपनियों द्वारा नई पेशकश या तो आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) अथवा राइट्स इशू के रूप में की जाती है।