प्रश्न : वैकल्पिक विषय के चयन के आधार क्या हैं?
उत्तर :
वैकल्पिक विषय के चयन और उनकी तैयारी के लिए अभ्यार्थियों को निम्न बातों पर ध्यान देना चाहिए-
1. अभ्यर्थियों को वैकल्पिक विषय के चयन में विशेष सावधानी रखनी चाहिए। अभ्यर्थी जब यूपीएससी की तैयारी आरंभ करते हैं तो अधिकतर वैकल्पिक विषय के चयन में दो ट्रेंडों का सर्वाधिक पालन करते हैं, प्रथम-अपने एकेडमिक विषयों में से किसी का चयन करना। द्वितीय- किसी सीनियर या कोंचिग संस्थान के अध्यापक के सलाह के अनुसार चयन। लेकिन ये दोनों ट्रेंड आत्माघाती हो सकता है क्योकि इनमें से किसी भी तरीके में अभ्यर्थी के रूचि विशेष की तरफ ध्यान दिया गया हो, ये नहीं कहा जा सकता। अतः अभ्यर्थी को वैकल्पिक विषय का चयन करते समय अपनी विशेष रूचि का ध्यान रखना चाहिए। भले ही वह विषय अपने शैक्षिक एकेडमिक का हो, किसी की सलाह से चयन किया गया हो या इनसे भिन्न ही क्यों न हो।
2. विषय के चयन के पश्चात् अभ्यर्थी को कुछ प्रमाणिक पुस्तकों का चयन करना चाहिए। साथ ही वैसे लेखकों की पुस्तकों का ही चयन करें जो तटस्थ लेखन करते हों। वैसे अब अभ्यर्थियों को पुस्तकों का अंबार लगाने की आवश्यक्ता नहीं है क्योंकि पूर्व की भांति प्रारंभिक परीक्षा के लिए अत्यधिक तथ्यों के संग्रह की आवश्यक्ता नहीं रह गयी है।
3. वैकल्पिक विषय की पढ़ाई सामान्य अध्ययन की भांति नियमित रूप से प्रतिदिन करनी चाहिए। ऐसा न हो कि वैकल्पिक विषय की पढ़ाई वैकल्पिक तरीके से ही हो।
4. वैकल्पिक विषय का भी नियमित लेखन कार्य करना चाहिए क्योंकि परीक्षा में बिना लेखन अभ्यास के विचारों को शब्दों का रूप देना कठिन होता है।
5. अभ्यर्थियों को स्वयं का नोट्स बना लेना चाहिए ताकि परीक्षा के समय जल्दी से जल्दी सम्पूर्ण पाठ्यक्रम को दोहराया जा सकें।