प्रश्न : आरंभिक व मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की संख्या लगभग कितनी है?
उत्तर :
निम्न टेबल से स्पष्ट हो जाता है कि प्रारंभिक परीक्षा में सम्मिलित औसतन 4.5 लाख छात्रों में महज 14000-15000 को ही मुख्य परीक्षा लिखने का सुअवसर प्राप्त होता है। इनमें भी हिंदी माध्यम के छात्र काफी कम होते हैं। हाल के वर्षों में तो इनकी संख्या और भी कम हो गयी है। यदि वर्ष 2014 व 2015 की मुख्य परीक्षा के आंकड़ों का विश्लेषण करें तो वर्ष 2014 में मुख्य परीक्षा में अनिवार्य निबंध पत्र में कुल 16279 छात्र बैठे थे जिनमें हिंदी माध्यम के छात्रों की संख्या महज 2191 थी अर्थात महज 13.5 प्रतिशत। इसी तरह वर्ष 2015 में मुख्य परीक्षा के निबंध अनिवार्य पत्र में कुल 14640 छात्र शामिल हुये थे, जिनमें हिंदी माध्यम के छात्रें की संख्या 2439 थी। स्पष्ट है कि हाल के वर्षों में मुख्य परीक्षा में शामिल होने वाले कुल छात्रों में हिंदी माध्यम के छात्रों की प्रतिशतता 15% तक सीमित रह गयी है। इसे निम्नलिखित टेबल से समझा जा सकता है_
2014 व 2015 में मुख्य परीक्षा में हिंदी माध्यम से सम्मिलित छात्रों की संख्या
विषय |
हिंदी |
अंग्रेजी |
कुल |
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निबंध |
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सामान्य अध्ययन-1 |
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मानवविज्ञान |
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अर्थशास्त्र |
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भूगोल |
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समाजशास्त्र |
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उपर्युक्त स्थिति काफी चिंतनीय है और सोचने को मजबूर करता है। प्रायः इसके लिए हम परीक्षा प्रणाली व हिंदी माध्यम को ही दोषी ठहरा देते हैं जबकि हकीकत में ऐसा है नहीं।