Question : कई प्रशासकों ने ‘आधारभूत नैतिक मूल्यों’ को मजबूत करने में योगदान दिया है। टिप्पणी कीजिए तथा अपने मत को समझाने हेतु एक समस्या अध्ययन प्रस्तुत कीजिए।
Answer : उत्तर: निम्नलिखित चार आधारभूत मानवीय मूल्य हैं-
(i) स्वतंत्रता (ii) रचनात्मकता (iii) प्रेम (iv) बुद्धिमत्ता
Question : प्रश्न: आपको अभिवृत्ति (attitude) तथा अभिरूचि (aptitude) के बीच चयन करना हो तो आप किसे चुनेंगे और क्यों?
Answer : उत्तरः मैं अभिवृत्ति को चुनूंगा। अभिवृत्ति को लोगों, वस्तुओं, घटनाओं, गतिविधियों, विचारों अथवा पर्यावरण के किसी भी चीज के सकारात्मक अथवा नकारात्मक मूल्यांकन के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।
Question : किस प्रकार ‘अहम सुरक्षा तंत्र’ (Ego Defence Mechanism) अभिवृत्ति (Attitude) के निर्माण में सहायक हो सकती है?
Answer : उत्तरः अहम (Ego)सुरक्षात्मक तंत्र अभिवृत्ति की एक प्रक्रिया है। यह एक मनौवेज्ञानिक उपकरण है, जिसे लोग मनोवैज्ञानिक हानि से बचने के लिए उपयोग मे लाते हैं। दूसरे शब्दों में, वो स्वयं अपनी नजरों से गिरना नही चाहते हैं। आमतौर पर ऐसी प्रवृत्ति तब दिखाई देती है जब व्यक्ति स्वयं को अपमानित महसूस करता है या वह शर्म, क्रोध या स्वाभिमान के खोने की अवस्था में होता है। अभिवृत्ति को बनाने सम्बन्धी अन्य तंत्र हैं-अस्वीकार, रोकथाम नियंत्रण, अनुमान, विवेकीकरण आदि। यह तंत्र किसी व्यक्ति को बुरी वास्तविकता तथा भ्रम में जाने हेतु समर्थ बनाता है।
Question : भारत में ‘‘नैतिक उत्तरदायित्व’’ (Ethical Accountability) के मार्ग में आपके अनुसार क्या बाधाएं हैं?
Answer : उत्तरः नैतिक उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने में कुछ बाधाएँ निम्न हैं-
स्व-उत्तरदायित्व की कमीः स्व-उत्तरदायित्व, नैतिक उत्तरदायित्व का सर्वोत्तम अच्छा तरीका होता है। परन्तु उचित व्यवहारिक प्रशिक्षण के अभाव में लोक सेवक इस तथ्य को अपना नहीं पाते हैं।
Question : सिविल सेवकों हेतु महत्वपूर्ण नैतिक चिंताएं तथा दुविधाएं क्या हैं?
Answer : उत्तरः सिविल सेवकों हेतु नीतिशास्त्रीय समस्याएं एवं दुविधाएं:
Question : वह कौन-से प्रावधान हैं जिनके माध्यम से सरकार निजी संस्थानों में मूल्य तथा नैतिकता को प्रवर्तित करती है?
Answer : उत्तर: निजी संस्थानों में नैतिकता के प्रवर्तन हेतु कार्यप्रणाली- श्रमिकों के हितों को सुनिश्चित करने हेतु कानून का निर्माण
Question : केन्द्रीय सिविल सेवा (आचार) नियम में उल्लिखित विभिन्न ‘कदाचार’ क्या हैं? सिविल सेवाओं में नैतिकता को और अधिक मजबूत करने हेतु कौन से अतिरिक्त बिंदु इन नियमों में जोड़े जाने चाहिए?
Answer : उत्तर: ऐसे कृत्य तथा आचरण जो कि कदाचार माने जाऐंगे
अन्य बिंदु जो सम्मिलित किए जाने चाहिएः
आधिकारिक पद का दुरूपयोग न करना तथा लोक वित्त को पूरी सावधानी व किफायत के साथ प्रयोग करना।
Question : केन्द्रीय सिविल सेवा (आचार) नियम में वे कौन से प्रावधान हैं जो सिविल सेवकों को राजनीति तथा चुनाव में भाग लेने से निवारित करते हैं? इन प्रावधानों पर अपने विचार भी प्रकट करें।
Answer : उत्तर: सीसीएस (आचार) नियम 1964 का नियम 5 सरकारी सेवकों को राजनीति में संलग्न किसी राजनीतिक दल या संगठन से जुड़ने से रोकता है। आचार नियम यह भी कहता है कि प्रत्येक सरकारी सेवक को अपने परिवार के किसी सदस्य को राजनीति में भाग लेने से रोकने का प्रयास करना चाहिए। किसी का पक्ष लेना या विरोध करना तथा चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करना भी निवारित किया गया है।
Question : एक सिविल सेवक की सेवाएं, पुलिस अधिकारियों के इस रिपोर्ट पर, कि, वह सरकारी सेवा में बने रहने के योग्य नहीं है क्योंकि उसने ‘आरएसएस तथा जनसंघ’ की गतिविधियों’ में भाग लिया है, समाप्त कर दी गई। केन्द्रीय सिविल सेवा (आचार) नियम के प्रावधानों के आलोक में अपना मत प्रकट करें। इस मामले में कौन से महत्वपूर्ण न्यायिक निर्णय हैं?
Answer : उत्तर: सरकारी सेवक सामाजिक-सांस्कृतिक तथा लोकोपकारी सभी गतिविधियों में भाग लेने हेतु स्वतंत्र हैं लेकिन उन्हें स्पष्ट रूप से ऐसे किसी संगठन में भाग लेने से मना किया गया है जिसका चरित्र राजनैतिक हो।
Question : निगमीय शासन पर कुमारमंगलम बिड़ला समिति की प्रमुख अनुशंसाएं क्या हैं? किसी ऐसे निगम गृह (corporate house) का समस्या अध्ययन प्रस्तुत करें जिसने समिति द्वारा सुझाई गतिविधियों का पालन किया है।
Answer : उत्तर: कुमारमंगलम बिड़ला समिति की अनुशंसाएं:
समस्या अध्ययन (डा. रेड्डी प्रयोगशालाएं)
Question : सिविल सेवकों द्वारा उपहार लेने तथा इसके प्रतिषेध से संबंधित केन्द्रीय सिविल सेवा (आचार) नियम में कौन-से विभिन्न प्रावधान हैं। क्या किसी सिविल सेवक को अपनी सेवानिवृत्ति के समय अनुमान्य सीमाओं के बाहर आने वाले उपहार को ग्रहण करना चाहिए?
Answer : उत्तर: कोई भी सरकारी सेवक अपने परविार के किसी सदस्य या स्वयं को किसी उपहार को ग्रहण करने की स्वीकृति नहीं दे सकता।
Question : सिविल सेवाओं में उत्तरदायित्व को सुनिश्चित करने हेतु केन्द्रीय सिविल सेवा (आचार) नियम में कौन से दंड (penalties) प्रस्तावित हैं? आपको लगता है कि इसमें संशोधन हेतु पर्याप्त आधार मौजूद हैं?
Answer : उत्तर: सीसीएस (वर्गीकरण, नियंत्रण तथा अपील) नियम 1965 के खंड 11 में दंड (penalties) को व्याख्यायित किया गया है तथा गौण (minor) तथा प्रमुख (major) दो वर्गों में वर्गीकृत किया गया है।
Question : उपयुक्त उदाहरण के साथ निम्न पदों की व्याख्या करें:
Answer : उत्तर:
कार्य संस्कृति की प्रकृति-
(i) अधिकारिक/शोषक (ii) उदार (iii) भागीदारीपूर्ण (iv) परामर्शी
तीसरा महत्वपूर्ण घटकः सेवा वितरण में उत्कर्ष्ठता है जो कोई भी संगठन अपने भीतर निरन्तर सुधार के द्वारा ही ला सकता है।
Question : उपयुक्त उदाहरणों के द्वारा निम्नलिखित पदों की व्याख्या कीजिएः
Answer : उत्तर: (a): यह वित्तीय लेन-देन में नियमों के पालन से संबंधित है।
(b): कपटपूर्ण भ्रष्टाचार में रिश्वत लेने वाले व देने वाले दोनों भ्रष्ट आचरण में संलिप्त होते हैं तथा लोक कल्याण को हानि पहुँचाते हैं। इस भ्रष्ट कार्य से उत्पन्न लाभ को लोक सेवक तथा निजी लाभार्थी द्वारा मिलकर बांटा जाता है। भ्रष्टाचार सार्वजनिक अधिकारियों तथा निजी लाभार्थियों द्वारा किया जाता है।
(c): यह एक प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत किसी सार्वजनिक एजेंसी द्वारा विकासात्मक पहलों हेतु प्रयुक्त वित्तीय तथा गैर-वित्तीय संसाधानों के विवरण, एक सार्वजनिक मंच के माध्यम से, लोगों के साथ साझा किया जाता है।
(d): इससे तात्पर्य ऐसी सामान्यतया स्थिर भावना से होता है जो व्यक्तियों या समूहों द्वारा किसी घटना, नीति या मुद्दे पर रखी जाती है। यह भावना पक्ष और विपक्ष दोनों प्रकार की हो सकती है। राजनैतिक अभिवृत्ति चार स्तरों की पदसोपानिक संरचना से बनी होती है।
(e): लोग अपने आस-पास के लोगों के अध्ययन द्वारा अपनी अभिवृत्ति का निर्माण करते हैं। लोगों की अभिवृत्ति विशेषता उनसे प्रभावित होती है जिनकी वे प्रशंसा करते हैं। बच्चे अपने माता-पिता के प्रत्येक कार्य का अवलोकन करते हैं तथा उनके कार्य करने के ढंग की नकल करते हैं।
Question : सेवा भावना से आप क्या समझते हैं? इसके प्रमुख लक्षण क्या-क्या हैं? सिविल सेवा में उसके निहितार्थ क्या है?
Answer : उत्तरः सेवा भावना वह मनःस्थिति है, जिसमें कार्य किसी लाभ या स्वार्थ को ध्यान में रखकर नहीं किया जाता बल्कि उस भावना के साथ किया जाता है कि यह करना मेरी नैतिक जिम्मेदारी है।
प्रमुख लक्षण
सेवा भावना के निहितार्थ
Question : ‘सही कार्य’ क्या होते हैं? क्या आप मानते हैं कि एक महत्वपूर्ण सार्वभौमिक मूल्य के रूप में यह आज की लोक सेवा में प्रासंगिक है?
Answer : उत्तरः सही कार्य से तात्पर्य, ऐसे कार्यों से हों जो नैतिक सामाजिक मानदण्डों से परिपूर्ण होते हैं। किन्तु कहीं-कहीं इनका अर्थ कानूनी सही कार्य, एवं परम्पराओं के अनुरूप सही कार्य भी होता है। अतः हमें यह ध्यान रखना होगा। आज लोक सेवा में प्रशासक के लिए कानूनी रूप में सही कार्य जितना जरूरी है, उससे ज्यादा जरूरी नैतिक रूप से सही कार्य है।
Question : लोक प्रशासन में सद्गुण किस बात को बढ़ाना चाहता है? क्या आप ऐसा सोचते हैं कि नैतिक प्रशासनिक संस्कृति के लिए आत्मसंयम, साहस और न्याय चार महत्वपूर्ण सद्गुण है?
Answer : उत्तरः सद्गुण का तात्पर्य ऐसे गुणों से है जिनका पालन करने से हमारे कार्यों को नैतिकता का आधार मिलता है। लोक प्रशासन में सद्गुणों की अपेक्षा की जाती है। क्योंकि इन सद्गुणों के होने से लोक प्रशासन का वास्तविक उद्देश्य अर्थात लोक हितों की पूर्ति को सुनिश्चित किया जा सकता है।
Question : सत्यनिष्ठता सिविल सेवकों के लिए एक असाधारण मानवीय चरित्र है। विश्लेषण करें।
Answer : उत्तरः वस्तुतः विचार, अभिव्यक्ति और आचरण में एकरूपता को सत्यनिष्ठता कहते हैं। सत्यनिष्ठता वर्तमान समय में एक दुर्लभ एवं असाधारण मानवीय चरित्र है, जो सिविल सेवा में विरले ही गिनती मात्र के लोगों में देखने को मिलती है।
Question : नौकरशाही कार्य दक्षता एवं कार्य संस्कृति में सुधार लाने के लिए सरकार का आकार छोटा करने एवं कुछ सेवाओं का निजीकरण करने की आवश्यकता है। उदाहरणों के साथ आलोचनात्मक चर्चा कीजिए।
Answer : उत्तरः वैश्वीकरण के उपरांत निर्मित राजनीतिक, प्रशासनिक, सामाजिक, आर्थिक पृष्ठभूमि ने संगठित शासन की उप-प्रणाली नौकरशाही की कार्य दक्षता एवं कार्य संस्कृति में सुधार को अपरिहार्य बना दिया है।
सुधार की आवश्यकता क्यों?
समाधान, सरकार के आकार को छोटा करके
समाधान, सेवाओं का निजीकरण करके
समाधान के रूप में अन्य सुधार