पंजाब में पूसा-44 धान किस्म की खेती पर प्रतिबंध
- 13 Oct 2023
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने राज्य में अगले खरीफ सीजन (वर्ष 2024) से ‘पूसा-44’ धान किस्म की खेती पर प्रतिबंध लगाने की हाल ही में घोषणा की।
- पंजाब में गिरते भू-जल स्तर और पराली जलाने से बढ़ते प्रदूषण के कारण राज्य सरकार ने धान की पूसा-44 किस्म पर पाबंदी लगा दी है।
- पानी की ज्यादा खपत और अपेक्षाकृत 20% ज्यादा पराली पैदा करने वाली धान की इस किस्म की अगले सीजन (वर्ष 2024) से बुवाई नहीं होगी।
- पूसा किस्म को अन्य किस्मों की तुलना में सिंचाई के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है।
- ‘भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान' (Indian Agricultural Research Institute) ने 3 वर्ष पूर्व ही पूसा-44 के ब्रीडर बीज उत्पादन को बंद कर दिया था।
- पूसा-44 धान को पकने में 152 दिन लगते हैं। इस किस्म से पराली भी अन्य किस्मों के मुकाबले 20 प्रतिशत अधिक पैदा होती है।
- पंजाब में कम अवधि वाली किस्में पीआर-126, पूसा बासमती-1509 और पूसा बासमती-1692 को प्रोत्साहित किया जा रहा है। ये किस्में 120 दिनों में पक जाती हैं।
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
सामयिक खबरें
राष्ट्रीय
- राजनीति और प्रशासन
- अवसंरचना
- आंतरिक सुरक्षा
- आदिवासियों से संबंधित मुद्दे
- कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएँ
- कार्यकारी और न्यायपालिका
- कार्यक्रम और योजनाएँ
- कृषि
- गरीबी और भूख
- जैवविविधता संरक्षण
- पर्यावरण
- पर्यावरण प्रदूषण, गिरावट और जलवायु परिवर्तन
- पारदर्शिता और जवाबदेही
- बैंकिंग व वित्त
- भारत को प्रभावित करने वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह
- भारतीय अर्थव्यवस्था
- रक्षा और सुरक्षा
- राजव्यवस्था और शासन
- राजव्यवस्था और शासन
- रैंकिंग, रिपोर्ट, सर्वेक्षण और सूचकांक
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी
- शिक्षा
- सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप
- सांविधिक, विनियामक और अर्ध-न्यायिक निकाय
- स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दे