वायु प्रदुषण बच्चों के मस्तिस्क के लिए खतरा
- 26 Apr 2023
हाल के एक शोध में वायु प्रदूषण की वजह से बच्चों के मानसिक विकास पर बुरे असर की पुष्टि हुई है। ब्रिटेन की ईस्ट एंग्लिया यूनिवर्सिटी और उत्तर प्रदेश की कम्युनिटी एंपावर्ड लैब ने बरेली के पास शिवगढ़ में घरेलू प्रदूषण का बच्चों की मानसिक सेहत पर अध्ययन किया।
- ईलाइफ जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में बताया गया है कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों का मानसिक विकास चरम पर होता है।
- लगातार प्रदूषित हवा के संपर्क में बने रहने से उनकी संज्ञानात्मक क्षमताओं के विकास पर बुरा असर पड़ता है।
- जिन घरों में खाना पकाने के लिए कोयले और लकड़ी जैसे ठोस ईंधन का इस्तेमाल होता है, वहां वायु गुणवत्ता बहुत खराब रहती है।
- हवा में मौजूद बारीक प्रदूषक कण श्वसन पथ से मस्तिष्क तक पहुंच जाते हैं, जिससे बच्चों का मानसिक विकास अवरुद्ध होने लगता है।
- अक्तूबर 2017 से जून 2019 के दौरान शिवगढ़ में अलग-अलग सामाजिक व आर्थिक पृष्ठभूमि के दो वर्ष से कम उम्र के 215 बच्चों पर अध्ययन किया गया।
- अध्ययन में खासतौर पर बच्चों की विजुअल वर्किंग मेमोरी और विजुअल प्रोसेसिंग स्पीड का आकलन किया गया।
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