शीतकालीन पक्षी निगरानी कार्यक्रम 2021-22
- 19 Feb 2022
शीतकालीन पक्षी निगरानी कार्यक्रम 2021-22 में कर्नाटक के मैसूर, मांड्या और चामराजनगर जिलों में 53 अनिवासी प्रजातियों सहित 203 पक्षी प्रजातियों की उपस्थिति दर्ज की गई है।
(Image Source: https://www.icc-cricket.com/)
प्रमुख खोज: इस वर्ष 203 प्रजातियां दर्ज की गईं।
- सभी प्रजातियों के 34,361 पक्षी दर्ज किए गए, जो पक्षियों की विशाल विविधता को दर्शाते हैं।
- सबसे अधिक प्रजाति कैटल एग्रेट (Cattle Egret) (2,064) की थी, उसके बाद यूरेशियन कूट (Eurasian Coot), बार-हेडेड गूज (Bar-headed Goose), बार्न स्वेलो (Barn Swallow) और लिटिल कॉर्मोरेंट (Little Cormorant) हैं।
शीतकालीन पक्षी निगरानी कार्यक्रम: यह कार्यक्रम 1987 में मैसूर में शुरू किया गया।
- हर साल जनवरी के दूसरे सप्ताह के दौरान मैसूर और उसके आसपास शीतकालीन प्रवासी और स्थानीय जल-पक्षियों को देखा और दर्ज किया जाता है।
- इस निगरानी कार्यक्रम से उत्पन्न मूल्यवान आंकड़ों को विभिन्न एजेंसियों द्वारा संरक्षण के लिए उपयोग किया जाता है।
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