भारतीय मानक ब्यूरो ने पूरे किए 75 साल
- 15 Jan 2022
भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) ने 6 जनवरी, 2022 को अपने अस्तित्व के 75 गौरवशाली वर्ष पूरे किए।
बीआईएस का कार्य: बीआईएस वस्तुओं के मानकीकरण, अंकन और गुणवत्ता प्रमाणन की गतिविधियों के सामंजस्यपूर्ण विकास के लिए और उससे जुड़े या उसके प्रासंगिक मामलों के लिए भारत का राष्ट्रीय मानक निकाय है।
- बीआईएस राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को कई तरीकों से लाभ प्रदान कर रहा है - यह सुरक्षित विश्वसनीय गुणवत्ता वाले उत्पाद प्रदान करता है; उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य जोखिम को कम करता है; निर्यात एवं आयात विकल्पों को प्रोत्साहित करता है; किस्मों के प्रसार को नियंत्रित करता है ।
बीआईएस का उद्भव: इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), ने एक ऐसे संस्थान के संविधान का पहला मसौदा तैयार किया, जो राष्ट्रीय मानकों के निर्माण का कार्य कर सकता था।
- उद्योग और आपूर्ति विभाग द्वारा 3 सितंबर, 1946 को एक ज्ञापन के जरिये औपचारिक रूप से 'भारतीय मानक संस्थान (Indian Standards Institution: ISI) नामक एक संगठन की स्थापना की घोषणा की गई।
- 6 जनवरी, 1947 को ISI अस्तित्व में आया और जून 1947 में डॉ. लाल सी. वर्मन ने इसके पहले निदेशक के रूप में पदभार संभाला।
- भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) वर्ष 1986 के संसद के एक अधिनियम के माध्यम से 1 अप्रैल, 1987 को अस्तित्व में आया।
बीआईएस अधिनियम 2016: 22 मार्च, 2016 को एक नया भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) अधिनियम 2016 अधिसूचित किया गया, जो 12 अक्टूबर, 2017 से लागू किया गया है।
- अधिनियम भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) को 'भारत के राष्ट्रीय मानक निकाय' के रूप में स्थापित करता है।
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