साइबर प्रतिरोध पर भारत-यूके संयुक्त कार्य समूह की पहली बैठक
- 15 Dec 2021
साइबर प्रतिरोध (Cyber Deterrence) पर भारत-यूनाइटेड किंगडम के संयुक्त कार्य समूह की पहली बैठक 25 नवंबर, 2021 को वर्चुअल मोड में आयोजित की गई।
महत्वपूर्ण तथ्य: भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (साइबर डिप्लोमेसी) अतुल मल्हारी गोत्सुर्वे ने किया।
- दोनों पक्षों ने 17 अप्रैल, 2018 को नई दिल्ली में हस्ताक्षरित साइबर संबंधों के लिए भारत-यूके फ्रेमवर्क के तहत साइबर प्रतिरोध से संबंधित विभिन्न प्रमुख पहलुओं और मौजूदा द्विपक्षीय साइबर सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
- भारत और यूनाइटेड किंगडम एक-दूसरे के साथ मिलकर काम करने और साइबर प्रतिरोध की चुनौतियों का समाधान करने और प्रभावी साइबर प्रतिरोध रणनीतियों के निर्माण के लिए नियमित परामर्श करने पर सहमत हुए।
- साइबर प्रतिरोध एक रणनीति है, जो राज्य- अभिकर्ताओं या गैर-राज्य अभिकर्ताओं (non-state actors) द्वारा साइबर हमलों से निपटने के लिए प्रभावी हो सकती है।
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